Posts

Showing posts from August, 2023

वक्त बदलना चाहिए (78)

Image
हिंद राष्ट्र पर लिखती हूं, उसके ही गीत सुनाती हूं। हिन्द है आधार जगत का, सबको यह बतलाती हूं। मैं गीत हिन्द के गाती हूं....!2 *दोहा*  हुआ विभाजन देश का, मच गया हाहाकार। बच्चे बूढ़े नर नारि सब, थे बेबस लाचार।।  *दोहा*  सरहद की वो सर ज़मी , हुई रक्त से लाल। लाखों परिजन देश के , गए काल के गाल।। दोहा पीड़ा का वर्णन नहीं, छूटा सब घर द्वार। अपनों की खातिर लड़े, छोड़ दिया संसार।।  *वक्त बदलना चाहिए*  करे राज हिंदुत्व हमारा, वक्त बदलना चाहिए। अगर लाल भारत माँ के हो, रक्त उबलना चाहिए।। विजय विश्व की शपत उठाओ, नाज़ करे धरती माता। चले विश्व पर सत्ता अपनी, तख्त पलटना चाहिए।।  *दीवानों की टोलियाँ*  आज़ादी को चली बचाने दीवानों की टोलियाँ वीरों की माता ने कर दीं अपनी खाली झोलियाँ फौलादी तन देकर जिनको तिलक लहू से कर भेजा  देखो यारो खेल रहे वो खून से बैठे होलियाँ

तिरंगा (76)

Image
हम सभी रूहें हैं अविनाशी….! Bk ********************** है नहीं जहाँ पर द्वेष - भाव , हम उसी लोक के  वासी हैं …. हम सभी रूहें अविनाशी हैं...! आ पवन बलाएँ लेती है, खग-मृग सब करते हैं नरतन...! आ कर के तबस्सुम नाच उठी टूटा हर इक अपना बन्धन...! है नहीं जहाँ पर द्वेष - भाव , हम उसी लोक के वासी हैं …. हम सभी रूहें अविनाशी हैं...! बस लींन हुए हम 'माही' में, अब बरस रहा हरसूं कुमकुम...! हम गुथे हुए हैं, चोटी से, हुए सिफ़र में जाकर गुम---! है नहीं जहाँ पर द्वेष - भाव , हम उसी लोक के वासी हैं …. हम सभी रूहें अविनाशी हैं...! ******* आज समय है संगम युग का , सतयुग में ले जाएगा   स्वर्ग के सुंदर महलों का ये राजा हमें बनाएगा   स्वर्ग नरक है इसी धरा पर, परमपिता ये कहते हैं  पहले भी स्वर्णिम था भारत, फिर स्वर्णिम बन जाएगा तुम्हीं आदी अनन्ता हो, तुम्हारी बात अलग बाबा  खड़ा हर कोई दर पर आ, तुम्हारा साथ अलग बाबा मसीहा हो सभी के तुम, सभी की पीर हरते हो  तुम्हें पाकर हूँ आनंदित, मिली सौगात अलग बाबा कमजोर नहीं हैं, नारी हैं। इकलौते सब पर भारी हैं।। हल्के में मत ...