दिल तो बच्चा है【52】
क्या आप सभी को अपना बचपन याद आता है...? दोस्तों ..! क्या आप सभी को अपना बचपन याद आता है, ज़रूर आता होगा, क्योंकि मुझे भी अपना बचपन बहुत याद आता है । मेरा दिल करता है कि मैं उन्हीं दिनों में वापस लौट जाऊँ , पर ऐसा मुमकिन नहीं है । आपका दिल भी करता होगा कि आप भी उन्हीं बचपन के दिनों में वापस लौट जायें , पर ऐसा नहीं हो सकता , हम बस उन दिनों को याद कर सकते हैं । उन्हीं दिन की यादों को सँजोते हुए , मैंने कुछ पंक्तियां कविता व ग़ज़ल के रूप में प्रस्तुत की है .....! मनचले ******* आ चल ....! ले चलूँ तुझे... बचपन के उस दौर में ...! जब हम ... कुछ नटखट... कुछ भोले और मासूम... कुछ तेज तर्रार... तितली और भँवरे से उड़ा करते..! लड़ते झगड़ते.. रूठ जाते.. एक दूसरे से... बात बात पर कट्टी करते.... और... अगले ही पल पुच्चा कर लेते..! बन्दरों की भाँति... उछलते कूदते.... एक दूसरे की नकल कर... आपस मे चिढ़ाते... नाचते गाते... गले लगा लेते... न किसी का भय.... न किसी की फिकर.... हम सब ऐसे ही... मनचले थे ......