दिल तो बच्चा है【52】

क्या आप सभी को अपना बचपन याद आता है...?
दोस्तों ..!
          क्या आप सभी को अपना बचपन याद आता है, ज़रूर आता होगा,  क्योंकि मुझे भी अपना बचपन बहुत याद आता है । मेरा दिल करता है  कि मैं उन्हीं दिनों में वापस लौट जाऊँ , पर ऐसा मुमकिन नहीं है । 
            आपका दिल भी करता होगा कि आप  भी उन्हीं बचपन के दिनों में वापस लौट जायें , पर ऐसा नहीं हो सकता , हम बस उन दिनों को याद कर सकते हैं । उन्हीं दिन की यादों को सँजोते हुए , मैंने कुछ पंक्तियां कविता व ग़ज़ल के रूप में प्रस्तुत की है .....!

मनचले  
*******

आ चल ....!
ले चलूँ तुझे...
बचपन के उस दौर में ...!
जब हम ...
कुछ नटखट...
कुछ भोले और मासूम...
कुछ तेज तर्रार...
तितली और भँवरे से उड़ा करते..!
लड़ते झगड़ते..
रूठ जाते..
एक दूसरे से...
बात बात पर कट्टी करते....
और...
अगले ही पल पुच्चा कर लेते..!
बन्दरों की भाँति...
उछलते कूदते....
एक दूसरे की नकल कर...
आपस मे चिढ़ाते...
नाचते गाते...
गले लगा लेते...
न किसी का भय....
न किसी की फिकर....
हम सब ऐसे ही...
मनचले थे ....

©डॉ० प्रतिभा 'माही'


          नटखट दिल...! एक बच्चा ही तो है, जो हर घड़ी हर कदम पर एक मस्त  मन मौजी  चंचल परिन्दे की भाँति स्वच्छन्द खुले आकाश में नए नए ख़्यालों का पुलंदा लिए अपनी लम्बी- लम्बी उड़ानें भरता रहता है और रच डालता है अपनी ही एक अलग नई दुनियाँ व नया इतिहास तथा  नए नए विचारों का गुलदस्ता लिए कूद पड़ता है जीवन रूपी गहरे समुन्दर में, वक्त की पतवार को थामे , लहरों के साथ झूलता , पवन की तरह हिलोरें लेता दिल रूपी सागर के अन्तस  से समेट लाता है अनमोल रत्न ...  कुछ हीरे कुछ मोती और बिखेर देता है ज़िन्दगी के कोरे ,साफ-सुथरे पाक दामन पर और वो पाक दामन है हमारा भोला सा ,प्यारा सा मासूम बचपन।

ग़ज़ल

तेरा बचपन मेरा बचपन।
किधर गया वो प्यारा बचपन।

कदम जवानी में जब रक्खा 
रूठ गया वो  यारा बचपन।

पल में तोला पल में माशा।
कैसा अदभुत न्यारा बचपन।

मौज में रहता हर पल अपनी।
खुशियों का फब्बारा बचपन।

नटखट नाज़ुक फूलों सा वो ।
अखियों का है तारा बचपन।

धड़कन है वो तो हर दिल की ।
सबका राज दुलारा बचपन।

अन्तस में छिप बैठा 'माही'।
चंचल चाँद सितारा बचपन।

©✍डॉ० प्रतिभा माही


Comments

Popular posts from this blog

भगवा है पहचान हमारी (70) हिन्दुत्व राष्ट्र

मेरा प्यार (90)

खट्टा-मीठा इश्क़...! [ COMING SOON MY NEW BOOK ] प्यार भरी नज़्में (मुक्त छंद काव्य)