दिया इक जलाया सवेरे सवेरे....कोई पास आया सवेरे सवेरे।



Comments

  1. बहुत ही खूबसूरत शायरी। बहुत बधाईःः

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

भगवा है पहचान हमारी (70) हिन्दुत्व राष्ट्र

मेरा प्यार (90)

खट्टा-मीठा इश्क़...! [ COMING SOON MY NEW BOOK ] प्यार भरी नज़्में (मुक्त छंद काव्य)