कौन है परमात्मा..?
परमपिता परमात्मा को समर्पित दोहे
दोहा【1】
आओ शिव के धाम तुम, पालो थोड़ा ज्ञान ।
माटी का यह तन सुनो, कुछ दिन का मेहमान।।
दोहा【2】
परमपिता जिसको कहें, शिव है उनका नाम।
सिफ़र रूप में जो सदा, रहते शान्ति धाम।।
दोहा【3】
तीन कर्म हैं ईश के , रचना व विद्ध्वंश।
करें पालना विश्व की , जोति स्वरूपा अंश ।।
दोहा【4】
तीन शक्तियाँ रूह की, मन बुद्धि संस्कार।
बने सारथी जीव के, चला रहे संसार।।
दोहा【5】
निर्णय शक्ति बुद्धि की, मन तो करे विचार।
पूर्व जन्म के कर्म से , रूह पाये संस्कार।।
© डॉ० प्रतिभा 'माही' शिवपिया
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