अर्जुन बनकर युद्ध में लड़ना, सुन लो बहुत जरूरी है ।

देश की खातिर रक्त उबलना, सुन लो बहुत जरूरी है ।।
अर्जुन बनकर युद्ध में लड़ना, सुन लो बहुत जरूरी है ।

कट्टरपंथी हिंदू बनकर अपना धर्म बचाओ अब।
हर बाजी पर उत्तर रखना, सुन लो बहुत जरूरी है ।

निकल पड़ो अब पहन के भगवा , अलख जगाओ घर घर में।
हर दिल से हुंकार निकलना, सुन लो बहुत जरूरी है ।। 

चील व कऊए गिद्ध भेड़िए, देखो बैठे ताक रहे।
हर बेटी का दुर्गा बनना , सुन लो बहुत जरूरी है।।

चुन चुन कर अब दफन करो जो , सौदा करते  अपनों का।
उन वहशी को आज पकड़ना, सुन लो बहुत जरूरी है ।।

आगे आकर कदम बढ़ाओ शस्त्र उठाओ हाथों में ।
रण भूमि में बिगुल का बजना, सुन लो बहुत जरूरी है ।।






Comments

Popular posts from this blog

भगवा है पहचान हमारी (70) हिन्दुत्व राष्ट्र

मेरा प्यार (90)

खट्टा-मीठा इश्क़...! [ COMING SOON MY NEW BOOK ] प्यार भरी नज़्में (मुक्त छंद काव्य)