इश्क़ नचाए गली गली -२(73)
तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़ ....!
तेरा इश्क़ नचाए गली गली -२
गली-गली , गली-गली , गली-गली , गली-गली ,
तेरा इश्क़ नचाए गली-गली -२
प्रेम की घर घर ज्योत जली
द्वारे द्वारे बात चली
तेरा इश्क़ नचाए गली-गली -२
गली-गली , गली-गली , गली-गली , गली-गली ,
【01】
श्याम सलौना रूप है इसका , मन मोहन कहलाता है
चूम लवों से बजा बाँसुरी , सबकी नींद उड़ाता है
झूम रही है सारी दुनियां
जाने कैसी हवा चली
तेरा इश्क़ नचाए गली-गली -२
गली-गली , गली-गली , गली-गली , गली-गली ,
तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़ ....!
【02】
प्रेम पुजारिन हूँ मैं इसकी , सदियों से दीवानी हूँ
जोगन बनकर भटक रही हूँ , दुनियाँ से बेगानी हूँ
वरण किया है दिल ने इसको
मैं तो इसकी राह चली
तेरा इश्क़ नचाये गली-गली-२
गली-गली , गली-गली , गली-गली , गली-गली ,
तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़ ....!
【03】
आज खुलीं हैं , दिल की परतें, अद्भुत सेज सजायी है
सुनो गौर से दुनियां वालो , गूँज रही शहनाई है
हाथ थाम डोली में चढ़के
मैं तो पिय के संग चली।
तेरा इश्क़ नचाये गली गली-२
गली-गली , गली-गली , गली-गली , गली-गली ,
【04】
देखो इश्क़ बुलाने आया , संग मुझे ले जाएगा
हाथ थामकर मेरा मुझको , अपना यार बनाएगाu
आकर मन के नैना खोले
ऐसी मन में प्रीत पली
तेरा इश्क़ नचाए गली-गली .२
गली-गली , गली-गली , गली-गली , गली-गली ,
तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़-इश्क़, तेरा इश्क़ ....!
©® डॉ. प्रतिभा 'माही'
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