मैं गीत हिन्द के गाती हूं...
हिंद राष्ट्र पर लिखती हूं, उसके ही गीत सुनाती हूं। हिन्दू है आधार जगत का, सबको यह बतलाती हूं मैं गीत हिन्द के गाती हूं....!2 हम सबका प्यार सनातन है। जग का आधार सनातन है।। है वेदों का ज्ञान जाहं, भागवत का है गान जाहं, गीता रामायण का होता घर -घर में सम्मान जाहं उस मातृभूमि को नमन मेरा जाहं कण - कण यार सनातन है। हम सबका प्यार सनातन है। जग का आधार सनातन है।। धरती अम्बर और नदियों को, पशु पक्षी जड़ी बूटियों को, पूजा जाता है श्रद्धा से, वो सूरज चाँद सनातन हैं है भक्ति भाव सबके मन में पूरा संसार सनातन है।। हम सबका प्यार सनातन है। जग का आधार सनातन है।। उठो सनातनी शपथ उठाओ, विश्व विजय परिवर्तन की। घर घर जाकर अलख जगाओ, विश्व विजय परिवर्तन की।। भारत मां की सेवा में जुट, अपना पूर्ण समर्थन दो। गर हिंदू हो विपुल बजाओ, विश्व विजय परिवर्तन की।। ********** करे राज हिंदुत्व हमारा, वक्त बदलना चाहिए। अगर लाल भारत माँ के हो, रक्त उबलना चाहिए।। विजय विश्व की शपत उठाओ, नाज़ करे भारत भूमि चले विश्व पर सत्ता अपनी, तख्त पलटना चाहिए।। ********** © Dr Pratibha'Mahi' उसको तुमसे कह...