मैं गीत हिन्द के गाती हूं...

हिंद राष्ट्र पर लिखती हूं, 
उसके ही गीत सुनाती हूं।
हिन्दू है आधार जगत का, 
सबको यह बतलाती हूं
मैं गीत हिन्द के गाती हूं....!2


हम सबका प्यार सनातन है।
जग का आधार सनातन है।।

है वेदों का ज्ञान जाहं,
भागवत का है गान जाहं,
गीता रामायण का होता
घर -घर में सम्मान जाहं
उस मातृभूमि को नमन मेरा
जाहं कण - कण यार सनातन है।
हम सबका प्यार सनातन है।
जग का आधार सनातन है।।

धरती अम्बर और नदियों को,
पशु पक्षी जड़ी बूटियों को,
पूजा जाता है श्रद्धा से,
वो सूरज  चाँद सनातन हैं
है भक्ति भाव सबके मन में
पूरा संसार सनातन है।।
हम सबका प्यार सनातन है।
जग का आधार सनातन है।।

उठो सनातनी शपथ उठाओ, विश्व विजय परिवर्तन की।
घर घर जाकर अलख जगाओ, विश्व विजय परिवर्तन की।।
भारत मां की सेवा में जुट, अपना पूर्ण समर्थन दो।
गर हिंदू हो विपुल बजाओ, विश्व विजय परिवर्तन की।।
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करे राज हिंदुत्व हमारा, वक्त बदलना चाहिए।
अगर लाल भारत माँ के हो, रक्त उबलना चाहिए।।
विजय विश्व की शपत उठाओ, नाज़ करे  भारत भूमि
चले विश्व पर सत्ता अपनी, तख्त पलटना चाहिए।।

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© Dr Pratibha'Mahi'

उसको तुमसे कहना चाहती हूं
जो चाटें तलवे दुश्मन के, वो जायें छोड़कर भारत को।
जो छेद करें खा थाली में, वो जायें छोड़कर भारत को।।
बात करें क्या ग़द्दारों की, जो रोज तिजोरी भरते हैं।
जो बिन पेंदी के हैं लोटे, वो जायें छोड़कर भारत को।।

भगवा है पहचान हमारी
हिंदुस्तान की बेटी हैं, हिंदुत्व हमारा नारा है ।
भगवा है पहचान हमारी, हिंदुस्तान हमारा है।।

पाकी, रूसी या हो चीनी, पांव नहीं धरने देंगे।
कर ली तुमने मन की अब तक, और नहीं करने देंगे।।

शस्त्र उठाकर खुद ही अब हम, उनको सबक सिखा देंगे।
गर ना समझे बात हमारी माटी में दफना देंगे।

हिन्दुत्व बचाने की ख़ातिर , अब हम कट्टर बन जायेंगे।
भारत मां की सेवा में जुट , कर तांडव तर जायेंगे।।

चुन चुन कर अब गद्दारों को, हम सब मिल निपटा देंगे।
देश निकाला देकर उनको, भारत स्वच्छ बना देंगे।।


देश निकाला दो उनको
जो भिड़वा देते आपस मे,  तुम देश निकाला दो उनको।
जो करें दोगली बात सदा, तुम देश निकाला दो उनको।।
कर दो उनको बेपर्दा अब, जो भेष बदल कर रहते हैं।
जो नौंच-नौंच खाते भारत,  तुम देश निकाला दो उनको।।


आओ मिलकर कदम बढ़ाएं, हिन्दू धर्म बचाना है।
भारत की देवी के सिर पर, स्वर्णिम ताज सजाना है।।

उठो देश की वीर नारियो, अपना कदम बढ़ाओ तुम।
भारत की रक्षा की ख़ातिर, काली बन भिड़ जाओ तुम।।

दुश्मन के मनसूबों को तुम, अच्छा सबक सिखा आना।
कोई नाम तुम्हारा पूछे, चण्डी रूप दिखा आना आना।।

पहले जैसा स्वर्णिम भारत, फिर स्वर्णिम बन जायेगा।
राज करेगा दुनिया पर ये, नम्बर वन कहलाएगा।।

भारत के बासिंदे मिलकर, अपना फ़र्ज़ निभाएंगे।
पहन के भगवा गली गली, वो गीत हिन्द के गाएगै।।
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बंदे मातरम... बंदे मातरम...!
बंदे मातरम... बंदे मातरम...!
भारत माता की जय...!
सनातन धर्म की जय...!
हिन्दू राष्ट्र की जय...!
आज के आनंद की जय...!
सामने बैठे आप सभी श्रोताओंकी जय...!
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© Dr Pratibha'Mahi'


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